Chapter 2 : Introduction to GUI Based Operating System


Introduction to GUI Based Operating System

आपरेटिंग सिस्‍टम (Operating System) किसी भी कम्‍प्‍यूटर के Software का सबसे महत्‍वपूर्ण और अनिवार्य अंग होता है। आपरेटिंग सिस्‍टम कम्‍प्‍यूटर के सभी भागों पर नियंत्रण रखकर, उनके बीच तालमेल बैठाता है।
कम्‍प्‍यूटर पर चलने वाला ऑपरेटिंग सिस्‍टम सबसे महत्‍वपूर्ण प्रोग्राम है। यह User और कम्‍प्‍यूटर हार्डवेयर के मध्‍य एक मध्‍यस्‍थ का कार्य करता है। एक ऑपरेटिंग सिस्‍टम साफ्टवेयर प्रोग्राम का एक सैट होता है।

अमेरिकन नेशनल स्‍टैण्‍डर्ड संस्‍थान (ANSI) ने आपरेटिंग सिस्‍टम को इस प्रकार परिभाषित किया है - आपरेटिंग सिस्‍टम वह साफ्टवेयर है जो कम्‍प्‍यूटर प्रोग्रामों के पालन को नियन्त्रित करता है तथा शिड्यलिंग, डिवाइडिंग, इनपुट/आउटपुट कण्‍ट्रोल, एकाउंटिंग, संकलन, भण्‍डार प्रबन्‍धन आदि सम्‍बन्धित कार्य करवाता है।

ऑपरेटिंग सिस्‍टम कम्‍प्‍यूटर के अलग-अलग हार्डवेयर के पार्ट्स को आपस में जोडने के लिए सिस्‍टम सॉफ्टवेयर अर्थात ड्राइवर का कार्य करता है। आपरेटिंग सिस्‍टम ही कम्‍प्‍यूटर को यूजेबल बनाता है।

आपरेटिंग सिस्‍टम के बेसिक्‍स

  • ऑपरेटिंग सिस्‍टम कम्‍प्‍यूटर पर चलने वाला सबसे महत्‍वपूर्ण प्रोग्राम होता है।
  • यह यूजर और कम्‍प्‍यूटर हार्डवेयर के मध्‍य एक मध्‍यस्‍थ का कार्य करता है।
  • ऑपरेटिंग सिस्‍टम कम्‍प्‍यूटर में सिस्‍टम सॉफ्टवेयर का एक सैट होता है, जो एप्‍लीकेशन सॉफ्टवेयर प्रोग्राम द्वारा कम्‍प्‍यूटर हार्डवेयर के उपयोग करने के ढंग एवं यूजर्स द्वारा कम्‍प्‍यूटर को कण्‍ट्रोल करने के तरीके को नियन्त्रित करता है।
  • यह कम्‍प्‍यूटर रिसोर्सेज, मैमोरी, सीपीयू, प्रिंटर, डिस्‍क, डाटाबेस तथा अन्‍य साफ्टवेयर का प्रबन्‍धन करता है।

आपरेटिंग सिस्‍टम

  • वे सॉफ्टवेयर जिनकी सहायता से कम्‍प्‍यूटर कार्य कर सकने की स्थिति में आता है, आपरेटिंग सिस्‍टम सॉफ्टवेयर्स कहलाते हैं।
  • यह कम्‍प्‍यूटर हार्डवेयर एवं विभिन्‍न एप्‍लीकेशन साफ्टवेयर्स के मध्‍य सम्‍बन्‍ध स्‍थापित करता है।
  • इसके बिना कम्‍प्‍यूटर अपूर्ण है, इसको कम्‍प्‍यूटर की आत्‍मा भी कहा जा सकता है।

आपरेटिंग सिस्‍टम के कार्य

  • यह किसी कम्‍प्‍यूटर सिस्‍टम के सभी संसाधनों के प्रबंधन के लिए उत्‍तरदायी होता है।
  • कम्‍प्‍यूटर सिस्‍टम चलाने के लिए दिए गए सभी कमाण्‍ड्स को यह प्रोसेस करता है।
  • यह कई सारे प्रोग्राम के निष्‍पादन को नियन्त्रित करता है।
  • यह प्रोग्राम एग्‍जीक्‍यूशन, डाटा मैनेजमेण्‍ट, प्रोसेस मैनेजमेण्‍ट, रिसोर्स एप्‍लीकेशन तथा इनपुट-आउटपुट ऑपरेशन्‍स से सम्‍बन्धित कार्य करता है।

Types of Operating System आपरेटिंग सिस्‍टम के प्रकार

आपरेटिंग सिस्‍टम कम्‍प्‍यूटर एप्‍लीकेशन और नियन्‍त्रण के आधार पर निम्‍न प्रकार के होते हैं :-

रियल टाइम आपरेटिंग सिस्‍टम : इसका उद्देश्‍य यूजर को तीव्र रेस्‍पॉन्‍स टाइम उपलब्‍ध कराना है। इसमें यूजर का हस्‍तक्षेप कम होता है व साथ ही यदि कोई प्रोग्राम एक निश्चित अवधि में पूर्ण नहीं हो पाता तो आगे के प्रोग्राम में त्रुटि आ जाएगी व परिणाम रूक जाएगा। उदाहरण - Lynx, MTOS आदि।

सिंगल यूजर ऑपरेटिंग सिस्‍टम : इस आपरेटिंग सिस्‍टम के अन्‍तर्गत एक ही यूजर प्रभावी रूप से कार्य कर सकता है। उदाहरण - DOS और विण्‍डोज XP आदि।

टाइम शेयरिंग ऑपरेटिंग सिस्‍टम या मल्‍टी टास्किंग ऑपरेटिंग सिस्‍टम : इस ऑपरेटिंग सिस्‍टम के अन्‍तर्गत कई यूजर एक संसाधन को क्रमानुसार एक निश्चित समयावधि के लिए प्रयोग कर सकते हैं। इस ऑपरेटिंग सिस्‍टम में मैमोरी प्रबन्‍ध अति आवश्‍यक है। उदाहरण- यूनिक्‍स, विण्‍डोज 2000

बैच प्रोसेसिंग ऑपरेटिंग सिस्‍टम : इसमें एक जैसे कार्यों को एक समूह में संकलित कर लेते हैं, जिन्‍हें बैच (Batch) कहा जाता है व यूजर के हस्‍तक्षेप के बिना प्राथमिकता के आधार पर क्रियान्‍वयन बैच में होता है।

मल्‍टी प्रोग्रामिंग ऑपरेटिंग सिस्‍टम : इसमें एक से अधिक प्रोग्राम या कार्य को सीपीयू द्वारा दिये गए निश्चित समय पर एक साथ क्रियान्वित किया जा सकता है। इस निश्‍चित समय को टाइम स्‍लाइस कहते हैं।

मल्‍टी प्रोसेसिंग ऑपरेटिंग सिस्‍टम : इस सिस्‍टम में दो या दो से अधिक सीपीयू का प्रयोग किया जाता है। उदाहरण- लाइनक्‍स, यूनिक्‍स आदि।

मल्‍टी थ्रेडिंग ऑपरेटिंग सिस्‍टम : इस आपरेटिंग सिस्‍टम में एक बार में एक से अधिक जॉब्‍स के एक्‍जीक्‍यूशन को सपोर्ट किया जा सकता है। उदाहरण- विण्‍डोज 2000, लाइनक्‍स आदि।

सिंगल यूजर मल्‍टी टास्किंग ऑपरेटिंग सिस्‍टम : इस ऑपरेटिंग सिस्‍टम की सहायता से यूजर एक बार में कई प्रोग्राम रन कर सकता है। उदाहरण- मैकिन्‍टोश, विण्‍डोज आदि।

मल्‍टी यूजर मल्‍टी टास्किंग ऑपरेटिंग सिस्‍टम : इस ऑपरेटिंग सिस्‍टम में कई यूजर कम्‍प्‍यूटर पर कार्य कर सकते हैं। इस ऑपरेटिंग सिस्‍टम में नेटवर्क सिस्‍टम का प्रयोग किया जाता है। उदाहरण- विण्‍डोज एनटी, यूनिक्‍स आदि।

लोकप्रिय ऑपरेटिंग सिस्‍टम

मुख्‍य रूप से दो ही ऑपरेटिंग सिस्‍टम हैं- 1. लाइनक्‍स (Linux) 2. विण्‍डोज आपरेटिंग सिस्‍टम

1. लाइनक्‍स ऑपरेटिंग सिस्‍टम
  • Linux एक Unix आधारित मल्‍टी प्रोग्रामिंग मल्‍टी टास्किंग, मल्‍टी यूजर ऑपरेटिंग सिस्‍टम है, जिसे मूलत: IBM PC के लिए बनवाया गया था।
  • Linux अपने आप में एक ऑपरेटिंग सिस्‍टम Kernel जो अपने साथ वितरित होने वाले अनेक एप्‍लीकेशन सॉफ्टवेयर्स के साथ उपलब्‍ध होता है।
  • Linux एवं अन्‍य ऑपरेटिंग सिस्‍टम में सबसे बडा अन्‍तर यह है कि यह अपने सोर्स कोर्ड सहित इण्‍टरनेट पर मुफ्त उपलब्‍ध है, जिसे डाउनलोड कर कोई भी व्‍यक्ति उसमें अपनी आवश्‍यकतानुसार परिवर्तन कर सकता है।
  • Linux को सर्वप्रथम 5 अक्‍टूबर, 1991 को जारी किया गया।
  • इसका विकास लाइनक्‍स टॉरवैल्‍ड्स ने किया, जब वे हेलसिंकी विश्‍वविद्यालय के छात्र थे।
  • टॉरवैल्‍ड्स ने इसकी शुरूआत ऑपरेटिंग सिस्‍टम Kernel लिखने से की।
  • Kernel लाइनक्‍स ऑपरेटिंग सिस्‍टम का केन्‍द्रीय भाग है जिसे आधार बनाकर सम्‍पूर्ण ऑपरेटिंग सिस्‍टम विकसित हुआ।
  • Linux के तीन भाग- Kernel, Shell और File System होते हैं।

2. विण्‍डोज ऑपरेटिंग सिस्‍टम
  • विण्‍डोज 32/64 बिट मल्‍टी टास्किंग ऑपरेटिंग सॉफ्टवेयर है।
  • 1980 के दशक में विण्‍डोज सबसे अधिक लोकप्रिय ऑपरेटिंग सिस्‍टम बन गया था।
  • माइक्रोसॉफ्ट द्वारा विकसित किए गए सभी विण्‍डोज ऑपरेटिंग सिस्‍टम 'ग्राफिकल यूजर इण्‍टरफेस (GUI)' उपलब्‍ध कराते हैं।
  • विण्‍डोज ऑपरेटिंग सिस्‍टम से पहले के ऑपरेटिंग सिस्‍टम 'कैरेक्‍टर यूजर इण्‍टरफेस (CUI)उपलब्‍ध कराते थे।

विण्‍डोज की बोर्ड शॉर्टकट्स

  • CTRL + C = Copy
  • CTRL + X = Cut
  • CTRL + V = Paste
  • CTRL + Z = Undo
  • CTRL + S = Save
  • CTRL + O = Open
  • CTRL + A = Select All
  • CTRL + N = Open New Window
  • CTRL + ESC = Open Start Menu
  • ALT + PRINTSCREEN = Capture image of active window for pasting
  • ALT + F4 = Close active Window
  • F2 = Rename
  • F3 = Find
  • ALT + Enter = Properties
  • ALT + double-click = Properties
  • CTRL + किसी फाइल या फोल्‍डर को ड्रैग करना = फाइल को कॉपी करना।
  • CTRL + SHIFT + किसी फाइल या फोल्‍डर को किसी फोल्‍डर या डेस्‍कटॉप पर ड्रैग करना = एक शॉर्टकट क्रिएट करना।
  • CTRL + ESC, TAB, SHIFT + F10 = टास्‍कबार की प्रॉपर्टीज को Open करता है।
  • SHIFT + DELETE = Delete immediately without putting the file in Recycle Bin
  • CTRL + right click = यह Context menu पर alternate options को प्रदर्शित करता है।

WIN Key शॉर्टकट्स

WIN 'की' Spacebar के साथ स्थित Alt 'की' के बाद स्थित होती है।
  • WIN = Opens Start Menu
  • WIN + M = Minimizes all Windows
  • WIN + F1 = Help
  • WIN + E = Opens Windows Explorer
  • WIN + SHIFT + M = Maximize all Windows
  • WIN + TAB = Cycle through Application on Taskbar
  • WIN + F = Find Files
  • WIN + D = Show Desktop

विण्‍डोज Explorer से सम्‍बन्धित Key शॉर्टकट्स

  • F4 = Drop down box
  • F5 = Refresh
  • F6 = Windows Explorer में विभिन्‍न Penes के बीच Move करता है।
  • CTRL + G = Goto
  • CTRL + Z = Undo
  • CTRL + A = Select All
  • BACKSPACE = Parent folder में जाने के लिए
Wild Card : वाइल्‍ड कार्ड यह एक प्रकार का सिम्‍बल होता है जिसका उपयोग फाइल नेम स्‍पष्‍ट रूप से पता न होने पर रेण्‍डमली सर्च करने, डिलीट करने या कोई एट्रीव्‍यूट अप्‍लाई करने के लिए उपयोग किया जाता है। यह दो प्रकार का होता है। 1- * तथा 2- ? जिसमे * का उपयोग सभी के लिए किया जाता है और ? का उपयोग एक डिजिट के लिए किया जाता है। जैसे *.doc सभी डॉक्‍यूमेंट फाइल के लिए और ??.doc दो कैरेक्‍टर के फाइल नेम वाले डॉक्‍यूमेंट फाईल को सर्च करेगा।

Booting : बूटिंग कम्‍प्‍यूटर सिस्‍टम के स्‍टार्ट होने की प्रक्रिया को बूटिंग कहते हैं। इस दौरान सभी पेरिफेरल डिवाइसेज जोकि इससे जुडी हो और सिस्‍टम प्रोसेसर मेमोरीआदि के फंक्‍शन चैक करता है तथा आपरेटिंग सिस्‍टम को सर्च करके मैन मेमोरी में लोड करता है।
बूटिंग दो प्रकार की होती है
1. कोल्‍ड बूटिंग - इसमें सभी फाइलें जब बंद होती है और जब उसे आन किया जाता है तो यह कोल्‍ड बूटिंग कहलाती है।
2. वार्म बूटिंग - यह रिस्‍टार्ट होता है इसमें कम्‍प्‍यूटर बंद हो करके स्‍वत: ही बूटिंग शुरू हो जाती है। रिस्‍टार्ट का शार्टकट CTRL+ALT+DELETE है ।

Some File Extensions used in Windows are given in the below :

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